दी अलकेमिस्ट पुस्तक से ली गई प्रेम पर खूबसूरत विचार
प्रेम तो ज़रूर करना चाहिए, लेकिन वचन देने से पहले दूसरे को समझ लेना बहुत ज़रूरी है। जो ऐसा सोचते हैं, उन्होंने कभी सार्वभौम भाषा नहीं सीखी। जो इस भाषा को जानते हैं, उन्हें मालूम है कि इस दुनिया में कोई है, जो उसका इंतज़ार कर रहा है, वह फिर चाहे रेगिस्तान के बीचों-बीच हो या किसी बड़े शहर में।
जब कभी, दो ऐसे व्यक्ति मिलते हैं उनकी नज़रें मिलती हैं, तो अतीत और भविष्य बेमानी हो जाता है। तब रह जाता है केवल वह क्षण और इत्मीनान, एक इतना गहरा यकीन कि दुनिया में जो कुछ भी है, सब कुछ उसी एक के हाथों पहले से लिखा हुआ है।
वही हाथ प्यार पैदा करता है और दुनिया मे हरेक के लिए जुड़वां आत्मा।
ऐसे प्यार के बिना किसी के सपनों का कोई अर्थ नहीं है।
Source: Alchemist
No comments: